रायपुर डेस्क :छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल मंगलवार को अवैध प्लॉटिंग के सवाल पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि मैं कोई मजिस्ट्रेट नहीं हूं, जो हर केस पर बात करूं। उन्होंने कहा, अगर एक-एक केस पर बात करना है तो तहसीलदार से करें या उनसे अलग से मिलें। वे अपने दिमाग में कोई डिक्शनरी लेकर नहीं चलते। एक पत्रकार ने बहतराई में खसरा नंबर बताते हुए अवैध प्लाटिंग होने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने को लेकर सवाल पूछा था।दरअसल, प्रदेश के राजस्व मंत्री गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में हो रहे अरपा महोत्सव में शामिल होने के लिए जाने से पहले बिलासपुर पहुंचे थे। यहां वे छत्तीसगढ़ भवन में मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान निगम की अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई होने के बाद भी तहसील से रजिस्ट्री होने और पंचशाला जारी होने पर उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री अलग विभाग है। अवैध प्लाटिंग को रोकने निगम का अमला सक्षम है। यह नहीं होना चाहिए फिर भी पता लगाएंगे राजस्व मंत्री ने कहा कि लोगों की समस्या का निराकरण करने के लिए तहसीलें बनाई गई हैं। प्रदेश में नई 24 तहसीलें बनाई गई ताकि नजदीक में लोगों का काम हो सके। पहले 50-50 किमी दूर जाकर उन्हें तहसील में काम करवाना पड़ता था। कहा कि जल्द ही और भी नई तहसीलें बनाई जाएंगी। बिजौर हाई स्कूल में भूमाफिया के मैदान के बीच में सड़क बनाए जाने के मामले में मंत्री अग्रवाल ने जांच कराने की बात कही है।